एनपीएस सरकार की स्कीम है, जो निवेशों के लिए बनाई गई है। एनपीएस का मतलब है कि नेशनल पेंशन सिस्टम है, जो सुरक्षित तरीके से रिटायरमेंट फंड जमा करना चाहते है। इस स्कीम के तहत आपको अधिकतर दो लाख रूपये तक का टैक्स बेनिफिट मिलता है। जिसमें से 1.5 लाख रुपये इनकम टैक्स की धारा 80CCD (1) के तहत और अतिरिक्त 50,000 रुपये धारा 80CCD (1B) के तहत शामिल हैं।
एनपीएस में निवेश सुरक्षित रहता है। इसके जरिए रिटायरमेंट फंड चाहने वाले निवेशक अपना खुद का व्यापार शुरू कर सकते है। एनपीएस में निवेश करके आप मोटा फंड जमा कर सकते हैं। आप चाहें, तो रिटायरमेंट के बाद हर महीने 1.5 लाख रुपये का पेंशन का लाभ उठा सकते हैं। इसमें हम जानेंगे कितना होगा निवेश और क्या लाभ है आदि के बारे में जानेंगे।
हर महीने कितना होगा निवेश
अगर आप 25 साल की उम्र में करियर की शुरुआत करते है, तो यह आपके लिए रिटायरमेंट की तैयारी शुरू करने का सही समय हो सकता है। अगर आप 7000 रूपये का निवेश 25 साल तक करते है, तो 25 साल के बाद आप कुल 29,40,000 रुपये का निवेश कर चुके होंगे। इतने निवेश के साथ अगर 12 फीसदी का रिटर्न को जोड़ें तो लगभग 4.54 करोड़ रुपये का फंड जमा हो जाएगा। इस फंड में 40 फीसदी का इस्तेमाल एन्युटी खरीदने के लिए कर सकते है। NPS में कुल फंड का कम से कम 40% नियमित पेंशन सुनिश्चित करने के लिए एन्युइटी खरीदने के लिए तय किया जाना चाहिए।
स्टेप एनालिसिस
एन्युटी दर 6% पर 1.5 लाख रुपये की मासिक पेंशन पाने के लिए आवशयक फंड की गणना की जाएगी। एनपीएस फंड का 40% हिस्सा एन्युटी खरीदने के लिए इस्तेमाल होगा। अगर एक 25 वर्षीय व्यक्ति रिटायरमेंट के बाद एनपीएस के माध्यम से 1.5 लाख रुपये की मासिक पेंशन सुनिश्चित करना चाहता है, तो उसे 40 साल तक 12000 रूपये निवेश करना होगा। उसे जमा अवधि के दौरान 10% का रिटर्न मिलेगा और रिटायरमेंट के समय एन्युइटी दर 6% होगी।
एनपीएस में मिलता है टैक्स बेनिफिट
एनपीएस में शामिल कर्मचारियों को अपने व्यक्तिगत योगदान पर कुछ टैक्स लाभ है।
- धारा 80 CCD(1) के तहत, वेतन का 10% टैक्स कटौती की अनुमति है, जिसकी कुल सीमा 1.5 लाख रुपये है।
- धारा 80 CCD(1B) के तहत अतिरिक्त 50,000 रुपये तक की टैक्स कटौती भी मिल सकती है, जो कि धारा 80 CCE की कुल सीमा के अलावा है।
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एनपीएस एक मार्केट-लिंक्ड योजना है, जो रिटायरमेंट बचत को बढ़ावा देते है। यह आपके रिटायरमेंट फंड को बढ़ाने और आपके निवेश को विविधित करने का शानदार तरीका है। इसके स्पृष्ट टैक्स और लाभ के कारण एनपीएस एक बेहतरीन विकल्प बनता है। इसकी लगत-कुशल संरचना और कंपाउंडिंग के फायदे इसे सुरक्षित रिटायरमेंट फंड बनाने के लिए एक आकर्षक विकल्प बनाते हैं।
एनपीएस के दो प्रकार अकॉउंट
यह खाता एक परमानेंट रिटायरमेंट फंड के रूप में कार्य करता है जहां सब्सक्राइबर और/या उनके एंप्लायर द्वारा नियमित कॉन्ट्रिब्यूशन इकट्ठा किए जाते हैं और चुनी हुई योजना या फंड मैनेजर के अनुसार निवेश किए जाते हैं।
यह एक स्वैच्छिक और निकासी योग्य विकल्प है। जिसे केवल खोला जाता है। जब आपके पास सक्रिय खाता है। इस खाते से निकासी आप अपनी इच्छा से कर सकते हैं। यह योजना आपको एक बड़ा फंड बनाने में मदद करती है और साथ ही नियमित पेंशन सुनिश्चित करती है, जिससे रिटायरमेंट के बाद खर्चों को संभालना आसान हो जाता है जब आपकी आय नहीं होती।
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